बर्तन में जो होता है वही बाहर छलकता है। बर्तन में जो होता है वही बाहर छलकता है।
चेतन-अवचेतन-अचेतन के इस 'म्यूचूअल-इंटरैक्शन' से हमारे अनुभवों का संसार सजता है चेतन-अवचेतन-अचेतन के इस 'म्यूचूअल-इंटरैक्शन' से हमारे अनुभवों का संसार सजता है
आज यहीं विराम लूँगी प्यारी डायरी कल फिर करेंगे बातें सुख दुःख की तब तक माँ के चरणो में आज यहीं विराम लूँगी प्यारी डायरी कल फिर करेंगे बातें सुख दुःख की तब तक माँ के चर...
एक ऐसी शक्ति है, पर कौन है, कैसा है, कुछ पता नहीं वो कौन है।। एक ऐसी शक्ति है, पर कौन है, कैसा है, कुछ पता नहीं वो कौन है।।
सारा जगत एक विशेष नियम, एक विशेष धर्म का पालन करते हुए सुनियोजित तरीके से सम्बद्ध है। सारा जगत एक विशेष नियम, एक विशेष धर्म का पालन करते हुए सुनियोजित तरीके से सम्बद्...
उस पर माँ शारदे का वरदहस्त रहता था। इस कारण ही तो वह अभी तक सहस्ररश्मि की तरह ही प्रकाशवान थी उस पर माँ शारदे का वरदहस्त रहता था। इस कारण ही तो वह अभी तक सहस्ररश्मि की तरह ही...